IEW 2025: राजधानी दिल्ली में ‘इंडिया एनर्जी वीक 2025’ की शुरुआत हो चुकी है. द्वारका यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में चार दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में ऊर्ज़ा क्षेत्र में नए डेवलेपमेंट और पार्टनरशिप पर चर्चा होगी. कार्यक्रम में नई तकनीकों का प्रदर्शन किया जा रहा है, जिनमें हाइड्रोजन और हाइब्रिड तकनीक से चलने वाहनों पर भी खासा फोकस रखा गया है. ‘इंडिया एनर्जी वीक’ के तीसरे संस्करण में ग्रीन मोबिलिटी और सस्टेनेबल भविष्य से संबंधित कॉन्सेप्ट्स लॉन्च किए गए हैं.
इंडिया एनर्जी वीक में ऊर्जा बचत, स्मार्ट ग्रिड, सस्टेनेबल ट्रांसपोर्टेशन, नीति और योजनाओं पर जोर दिया जा रहा है. इन सभी प्रयासों का उद्देश्य ऊर्जा की खपत को घटाना और पर्यावरण को सुरक्षित रखना है. कार्यक्रम में हरित ऊर्जा-हाइड्रोजन से चलने वाले वाहन लोगों का ध्यान खींच रहे हैं.
हाइड्रोजन-इथेनॉल कारों में इन्फ्रास्ट्रक्चर के कारण देर
इसी क्रम में टोयोटा ने ग्रीन टेक्नोलॉजीज की एक श्रृंखला प्रदर्शित की, जिसमें इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों के प्रोटोटाइप शामिल हैं, जैसे एक प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन जो इथेनॉल पर चल सकता है और ग्रिड से भी चार्ज किया जा सकता है. हालांकि हाइड्रोजन वाहनों और इथेनॉल-चालित कारों में इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के कारण थोड़ी देर हो सकती है.
India Energy Week 2025: हरित ऊर्जा-हाइड्रोजन से बदलेगी देश की सूरत, अगले 5 सालों में नई उपलब्धियां हासिल करेगा भारत
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (TKM) के कंट्री हेड विक्रम गुलाटी से जब एबीपी न्यूज़ ने इस बारे में बात की तो उनका कहना था, ” अभी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर EVsभारत समेत वैश्विक स्तर के लिए बड़ी चिंता है, हालांकि इसे सरकार की ओर से निवेश और योजनाओं के जरिए हल किया जा रहा है.” उन्होंने बताया कि स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन तो भारत में पहले से मौजूद हैं और ग्राहकों को पसंद भी आ रहे हैं.
वाहनों के लिए बेहतर किया जाएगा इंफ्रास्ट्रक्चर
विक्रम गुलाटी का कहना है कि भविष्य में गाड़ियों के लिए कई स्वच्छ तकनीकें इस्तेमाल होंगी, इनमें हाइब्रिड गाड़ियाँ और इथेनॉल और हाइड्रोजन जैसे वैकल्पिक ईंधन शामिल होंगे. साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर को भी बेहतर किया जाएगा. अगले 5 सालों में भारत का ऑटोमोबाइल क्षेत्र विभिन्न उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए कई स्वच्छ तकनीकें अपनाएगा.
इवेंट में इंनोवा हाइक्रॉस्स जैसे वाहनों का भी प्रदर्शन किया गया, जिनमें हाइब्रिड इलेक्ट्रिक सिस्टम शामिल है. साथ ही प्रियस जैसे वाहनों की प्रदर्शनी भी लगाई गई, जो 100% एथेनॉल से चल सकते हैं और प्लग-इन हाइब्रिड प्रौद्योगिकी को भी स्पोर्ट करते हैं.