Election Commissioner Vivek Joshi: हरियाणा के मुख्य सचिव विवेक जोशी को चुनाव आयुक्त बनाया गया है. ज्ञानेश कुमार को चुनाव आयुक्त से मुख्य चुनाव आयुक्त बनाने के कारण यह पद खाली हुआ था. पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय समिति ने सोमवार को उनके नाम पर मुहर लगाई. चुनाव आयोग के तीन सदस्यीय पैनल में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के साथ चुनाव आयुक्त विवेक जोशी और चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू अब चुनाव आयोग की कमान संभालेंगे.
विवेक जोशी 1989 के हरियाणा कैडर के IAS अधिकारी हैं. तीन महीने पहले ही उन्हें हरियाणा का मुख्य सचिव बनाया गया था. इससे पहले वह सेंट्रल डेपुटेशन पर थे. हरियाणा सरकार के अनुरोध पर केंद्र ने उन्हें उनके मूल कैडर यानी हरियाणा में वापस भेजा था.
साल 2019 से वह सेंट्रल डेपुटेशन पर थे. इस दौरान उन्होंने पहले गृह मंत्रालय में वित्तीय सेवा विभाग के सचिव और भारत के महापंजीयक और जनगणना आयुक्त के रूप में कार्य किया. इसके बाद वह केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशनभोगी मंत्रालय में कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के सचिव बने.
सेंट्रल डेपुटेशन से पहले, उन्होंने 2017 से जनवरी 2019 तक हरियाणा सरकार में विभिन्न पदों पर कार्य किया. इस दौरान वह अंबाला डिवीजन के आयुक्त, प्रिंसिपल रेसिडेंट कमिश्नर (नई दिल्ली) और गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के सीईओ भी रहे. जोशी साल 2010 से 2017 तक भी केंद्र सरकार में रहे और वित्त तथा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर काम किया.
IIT रूड़की से ग्रेजुएट
विवेक जोशी प्रयागराज के रहने वाले हैं. उन्होंने IIT रूड़की से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्होंने ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनेशनल एंड डेवलपमेंट स्टडीज, जेनेवा, स्विट्ज़रलैंड से इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स में अपनी पीएचडी पूरी की. साल 1989 में उन्होंने सिविल सर्विसेज जॉइन की. उन्हें अपने करियर की पहली पोस्टिंग 1991 में हरियाणा के गोहाना में बतौर सब-डिस्ट्रिक्ट ऑफिसर मिली थी. राज्य में अलग-अलग पद संभालने के बाद साल 2001 में उन्हें पहली बार सेंट्रेल डेपुटेशन पर भेजा गया था.
विवेक जोशी ने अपने करीब 34 साल के कार्यकाल में 16 साल हरियाणा सरकार और 18 साल तक केंद्र सरकार में सेवा दी. वह 31 मई, 2026 को सेवानिवृत्त होने वाले हैं.
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